WHAT’S HOT NOW

LIVE LIVE - The Car Festival Of Lord Jagannath | Rath Yatra | Puri, Odisha

LIVE - The Car Festival Of Lord Jagannath | Rath Yatra | Puri, Odisha)

Ancient necropolis with sarcophagus avenue found in Turkey

An ancient necropolis that was in use for a thousand years is being unearthed in the ancient city of Tios in the Black Sea region of northern Turkey. The necropolis was discovered on the eastern side of the city in excavations that began three years ago. It is enormous, with 96 sarcophagi, 23 chamber graves, seven cist graves, 60 frame tile graves and 1317 funerary objects uncovered so far in the three years of digs.

Tios is the only ancient city in the Black Sea region that has survived without modern settlements being built over it. That makes it precious to archaeologists as it is possible to reveal the complete surviving archaeological record, which in the case of the necropolis extends from the end of the 5th century B.C. to the 5th century A.D.

Most of the tombs date to between the 1st and 3rd centuries A.D. when Tios was part of the Roman empire. The necropolis was planned as a true city of the date, with avenues, terraces and the tombs as “homes.”

[Excavation leader Professor Şahin] Yıldırım mentioned that they have uncovered a street approximately 500 meters (1,640.42 feet) long, with sarcophagi on both its right and left sides, and that chamber tombs, believed to belong to people with higher income levels at that time, were found on the slopes and ridges. He noted that they encountered numerous findings, particularly in the sarcophagus areas dated to the second and third centuries A.D.

Yıldırım stated that they have cataloged over a thousand artifacts, which are housed at the Karadeniz Ereğli Museum Directorate.

He expressed that they have gained much important information about the Roman period, saying: “Findings, tombstones and inscriptions indicating that a significant portion of the inhabitants of this city in the time of Emperor Marcus Aurelius gained the right to be Roman imperial citizens have been discovered. We came across graves thought to belong to Roman soldiers.”

Yıldırım emphasized the significance of the ancient city and explained that “So far, no such necropolis area has been encountered in any ancient city in the Black Sea region. This area holds a very important place for Türkiye and Black Sea archaeology. This necropolis area has been preserved as it is, maintaining its structure significantly and bringing it to the present day.”

Ancient Tios did not have a defensive wall or fortification system, which means it was subjected to repeated raids. The necropolis was targeted as well and may of its grave goods stolen. When the Goths invaded in the mid-3rd century, they helped themselves to the precious objects buried with the dead. Once the Goths left, the people of Tios regrouped, rearranging the disturbed sarcophagi and graves and simply picking up where they left off as if there had been no interruption.

Human skeletal remains found in some of the graves are currently being studied. Initial examinations have found that some of the deceased were related to each other and buried in family groups. Inscriptions in the chamber tombs confirm that they were used as family mausoleums.



* This article was originally published here

The Dua Lipa festival aiming to change Kosovo’s image

Dua Lipa and her dad's Sunny Hill Festival saw artists like Stormzy, Burna Boy, Bebe Rexha as headliners.

from BBC News https://ift.tt/Mx4QR8b

The Dua Lipa festival aiming to change Kosovo’s image

Dua Lipa and her dad's Sunny Hill Festival saw artists like Stormzy, Burna Boy, Bebe Rexha as headliners.

from BBC News https://ift.tt/Ik0Lc3x

मोहम्मद रफी के जनाजे में पहुंचे थे 10 लाख लोग:बेटों से कहा था, मुझसे बड़े सिंगर बन पाओ तो ही फिल्म इंडस्ट्री में आना

फिल्मी दुनिया में कई कलाकार ऐसे रहे हैं जो अपनी कला के जरिए हर दिल में बसे। ऐसे ही कलाकारों में एक नाम मोहम्मद रफी का भी है। मोहम्मद रफी की आवाज का जादू ही कुछ ऐसा था कि आज भी उनके गाने कभी पुराने नहीं लगते। उन्होंने अपने करियर में करीब 28,000 गाने गाए। रफी साहब ने दो शादियां कीं जिनसे उनके सात बच्चे हुए। इनमें 4 बेटे और 3 बेटियां हैं। सुरों के इस फनकार ने 55 साल की उम्र में 31 जुलाई 1980 को दुनिया को अलविदा कह दिया था। रफी साहब की 44वीं पुण्यतिथि पर दैनिक भास्कर ने उनके बेटे शाहिद रफी और प्लेबैक सिंगर उदित नारायण से बात की। शाहिद ने जहां रफी साहब की जिंदगी से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें हमसे शेयर कीं। वहीं उदित नारायण ने बताया कि उन्हें अपनी पहली ही फिल्म में रफी साहब के साथ गाने का मौका मिला था। उदित ने ये भी कहा कि रफी साहब से पहली मुलाकात वो कभी नहीं भूल सकते हैं। न ही उस दिन को कभी भूल पाएंगे जब रफी साहब इस दुनिया से रुखसत हुए थे। उस दिन 10 लाख लोग उनके जनाजे में शामिल हुए थे। बेहद डाउन टू अर्थ थे अब्बा शाहिद रफी ने मोहम्मद रफी को याद करते हुए कहा, 'उनके बारे में क्या कहूं, वो बेहद विनम्र इंसान थे। बेहद डाउन टू अर्थ भी थे। घर में हमने कभी उनको इस नजरिए से नहीं देखा कि वो कितनी बड़ी शख्सियत थे, हमारे लिए वो सिर्फ हमारे अब्बा थे। सच बताऊं तो जब उनका निधन हुआ तो हमें इस बात का अंदाजा हुआ कि वो बहुत बड़ी शख्सियत थे। लोग उनको पूजते थे। लोग हमसे कहते थे कि वो भगवान थे, उनके गले में सरस्वती थीं।' घर और कारों के शौकीन थे 'अब्बा को गाड़ी और घर का बेहद शौक था। उन्हें ऐसी-ऐसी कारों का शौक था जो उस जमाने में इंडिया में लॉन्च तक नहीं हुई थीं। 1979 में उन्होंने विदेश में होंडा अकॉर्ड कार बुक की थी जो कि जून 1980 में इंडिया पहुंची थी। इस कार को शिप से इंडिया लाया गया था और कस्टम वाले भी कंफ्यूज हो गए थे कि इस पर ड्यूटी क्या लगाएं क्योंकि तब होंडा बाइक ही बनाता था और कार रफी साहब की स्पेशल डिमांड पर मंगवाई गई थी।' हर कॉन्सर्ट में गाते थे ये तीन गाने 'रफी साहब ने कभी इस बात का जिक्र तो नहीं किया कि उन्हें अपने कौन से गाने सबसे ज्यादा पसंद थे लेकिन जो मैं जानता हूं, उसके मुताबिक वो तीन गाने हर कॉन्सर्ट में जरुर गाते थे जिससे मुझे हमेशा लगता था कि वो तीन गाने ही उनके सबसे पसंदीदा थे। मेरे हिसाब से फिल्म 'बैजू बावरा' का 'ओ दुनिया के रखवाले', फिल्म 'दुलारी' का 'सुहानी रात ढल चुकी' और फिल्म 'कोहिनूर' का 'मधुबन में राधिका नाचे रे' उनके फेवरेट गाने थे। भले ही फरमाइश आए या न आए, उनकी हर परफॉर्मेंस में ये तीन गाने मैंने हमेशा उन्हें गाते हुए सुना था। उनके तो हर गाने अमर हैं।' पार्टियों से दूर भागते थे 'अब्बा से मिलने के लिए घर पर कई लोग आते थे लेकिन हमें वो कभी किसी से मिलने नहीं देते थे। वो हमें फिल्म इंडस्ट्री से दूर रखते थे और नहीं चाहते थे कि हम फिल्म इंडस्ट्री में घुसें। वो खुद भी काफी प्राइवेट इंसान थे। वो फैमिली ओरिएंटेड थे और काम के अलावा अपना सारा समय परिवार को देना ही पसंद करते थे। वो फैमिली मैन थे और उन्हें सोशल होना बिलकुल पसंद नहीं था। किसी की शादी या कोई फंक्शन में भी जाते थे तो वहां पहुंचकर गुलदस्ता या तोहफा देते थे और तुरंत वहां से निकल आते थे। उन्हें पार्टी में जाना बिलकुल पसंद नहीं था। वो ज्यादा बात भी नहीं करते थे। वीकेंड पर हम लोनावला वाले बंगले पर चले जाते थे। अब्बा काम में कितने भी बिजी रहें लेकिन फिर भी वे एक दिन का वक्त हमारे साथ बिताने के लिए जरुर आते थे।' जब उदित नारायण ने किया मोहम्मद रफी को इम्प्रेस रफी साहब के बारे में बात करते हुए उदित नारायण बोले, 'मैं खुद को उन चंद खुशकिस्मत गायकों में से एक मानता हूं, जिन्हें रफी साहब के साथ गाने का मौका मिला। मैं मुंबई में 1978 में आया था। उसके 1 साल बाद मुझे फिल्म ‘19-20’ में रफी साहब के साथ गाने का मौका मिला। उस गाने के बोल थे ‘मिल गया मिल गया’। उस गाने की रिकॉर्डिंग और रिहर्सल कुल 2 घंटे तक फेमस स्टूडियो में हुई थी। मैं उस लम्हे को कभी नहीं भूल सकता जब उस गाने से पहले मेरी रफी साहब से मुलाकात हुई थी। वह अपनी फिएट कार से उतरे। उन्होंने सफारी सूट पहन रखा था और चेहरे पर मुस्कान थी। उन्हें देखते ही मैं तो उनके चरणों पर गिर गया। उन्होंने गले लगाते हुए कहा, ‘घबराओ मत बरखुरदार। मैं भी कभी कोरस में गाया करता था।’ उनके अल्फाजों ने 2 मिनट में मेरी घबराहट दूर कर दी। वह इतनी बड़ी शख्सियत थे, मगर उनमें अहंकार नहीं था। म्यूजिक डायरेक्टर राजेश रोशन ने सेफ्टी के लिए वह गाना एक बार और रिकॉर्ड करवाया। रफी साहब ने मना नहीं किया। उन्होंने फिर से रिकॉर्डिंग की। मैंने भी की। रफी साहब को मेरा काम अच्छा लगा। उन्होंने कहा, ‘तुम गाते अच्छा हो। क्या गिटार बजाना सीख रहे हो? सीख जाओ अगर स्टेज पर तुमने गिटार के साथ गाना गाया तो महफिल लूट सकते हो।’

from बॉलीवुड | दैनिक भास्कर https://ift.tt/OFIZJb5
via IFTTT

Why is Constitutional History Back in Fashion?

Why is Constitutional History Back in Fashion? JamesHoare

* This article was originally published here

बिग बॉस 18 में जाने पर शोएब इब्राहिम का रिएक्शन:पत्नी दीपिका कक्कड़ ने उड़ाया मजाक, बोले- हर सीजन में एक बार मेरा नाम आ ही जाता है

टेलीविजन के पॉपुलर रियलिटी बिग बॉस के 18वें सीजन की शुरुआत अक्टूबर से होने वाली है। शो की तैयारियों के बीच बीते कई दिनों से खबरें हैं कि बिग बॉस 11 की विजेता रहीं एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ के पति शोएब इब्राहिम इस सीजन के पहले कन्फर्म कंटेस्टेंट हैं। अब दीपिका कक्कड़ ने एक व्लॉग शेयर कर बिग बॉस में जाने की खबरों पर शोएब का मजाक उड़ाया है। इसी बीच एक्टर ने इन खबरों को अफवाह करार दिया है। दीपिका कक्कड़ ने हाल ही में अपने यूट्यूब पेज दीपिका की दुनिया में एक व्लॉग शेयर किया है। व्लॉग में दीपिका ने बिग बॉस 18 का कन्फर्म कंटेस्टेंट होने की खबर पर शोएब का मजाक उड़ाते हुए उनसे पूछा है, आप बिग बॉस में जा रहे हो, आपने हमें बताया ही नहीं। जवाब में शोएब ने कहा, नहीं ऐसा नहीं है। दीपिका ने आगे पूछा, अरे आप पहले कन्फर्म कंटेस्टेंट हो। आपने बताया नहीं हम को। इस पर शोएब इब्राहिम ने सफाई देते हुए कहा है, ऐसा हर सीजन में होता है। हर सीजन में एक न एक बार मेरा नाम आ ही जाता है। इसके बाद मेरे पास कई मैसेज आते हैं। इस बार पता नहीं, किसने इस खबर की शुरुआत की है। लेकिन ऐसा नहीं है। मैं अभी नहीं जा रहा हूं। ये सिर्फ एक अफवाह है। मैं शो में नहीं जा रहा हूं। मैं आप सबको पहले भी बता चुका हूं। जैसा कि मैं कहता हूं कि न कभी नहीं कहना चाहिए। लेकिन मेरा ऐसा कोई प्लान नहीं है कि मैं इस सीजन में जाऊं। दूसरे प्रोडक्शन हाउस से आया था कॉल शोएब ने व्लॉग में बताया है कि अफवाहों के बीच एक प्रोडक्शन हाउस से उनके पास कॉल आया था। उन लोगों ने शोएब से पूछा था कि क्या आप शो में जा रहे हैं, क्योंकि हम आपको अप्रोच करने वाले थे। आगे शोएब ने कहा है, इस सीजन मैं शो में नहीं जा रहा हूं। अगर कभी जाता हूं तो आपको जरूर बताऊंगा, लेकिन इस सीजन नहीं। 5 अक्टूबर को होगा बिग बॉस 18 का प्रीमियर बिग बॉस खबरी के मुताबिक, बिग बॉस 18 का प्रीमियर 5 अक्टूबर, शनिवार को होने वाला है। फिलहाल बिग बॉस ओटीटी सीजन 3 जियो सिनेमा पर स्ट्रीम हो रहा है। शो का फिनाले 2 अगस्त को होने वाला है। इसके ठीक बाद बिग बॉस 18 के लिए सेट को री-डिजाइन किया जाएगा, जिसमें बिग बॉस 18 के सभी कंटेस्टेंट पहुंचेंगे। इस साल सलमान खान ही शो के होस्ट होंगे।

from बॉलीवुड | दैनिक भास्कर https://ift.tt/1yjzUhY
via IFTTT

बिग बॉस ओटीटी-3 में कृतिका मलिक का खुलासा:अरमान से शादी के बाद करना चाहती थी आत्महत्या, पायल ने छोड़ दिया था घर

बिग बॉस ओटीटी सीजन 3 लगातार विवादों से घिरा हुआ है। शो में अरमान मलिक अपनी दोनों पत्नियों के साथ पहुंचे थे, जिनमें से पायल मलिक पहले हफ्ते में ही घर से बाहर हो गई थीं। हाल ही में शो में कुछ मीडिया के लोग कंटेस्टेंट्स से तीखे सवाल करने पहुंचे थे। इस दौरान कृतिका मलिक पर पायल का घर तोड़ने और उनकी मजबूरी का फायदा उठाने के आरोप लगाए गए हैं। लगातार संगीन आरोप लगने के बाद कृतिका मलिक टूट गईं और उन्होंने बताया कि एक समय में वो इन आरोपों के चलते आत्महत्या करने वाली थीं। मीडिया इंट्रेक्शन के दौरान कृतिका मलिक से कहा गया था कि डायन भी 7 घर छोड़कर वार करती है, लेकिन आपने अपनी ही दोस्त के पति से शादी कर ली। अगर आप अरमान की पहली पत्नी होतीं और पायल आपके पति से दूसरी शादी करती तो क्या आप बर्दाश्त करतीं। इसके जवाब में कृतिका ने कहा, हमारी शादी के बाद मुझे गिल्ट हुआ था। हमारे सामने कई प्रॉब्लम्स आई थीं। एक समय में मैंने सुसाइड की भी कोशिश की थी। एक बार हम तीनों अलग हो गए थे। मैंने अरमान को छोड़ दिया था। पायल भी हमारी लाइफ से चली गई थीं। लेकिन अलग होने के बाद मुझे समझ आया कि मैं अरमान जी के बिना नहीं सकती। लेकिन पायल की वजह से हम साथ आ गए। बीते कई दिनों से ये भी खबरें हैं कि अरमान मलिक की पहली पत्नी पायल मलिक ने उन्हें तलाक देने का फैसला कर लिया है। सवाल-जवाब के बीच अरमान मलिक से कहा गया था कि पायल मलिक आपको तलाक दे रही हैं। इस पर अरमान ने कहा है कि चाहे पायल ने जो भी कहा हो, लेकिन बाहर जाकर वो तीनों साथ ही रहेंगे। बताते चलें कि मीडिया द्वारा शो में अरमान मलिक की दो शादियों पर कई सवाल किए गए थे। किसी ने अरमान को खरी-खोटी सुनाई तो किसी ने ये तक कह दिया कि उन्होंने महज 7 दिन में अपनी ही पत्नी की दोस्त से शादी कर उन्हें धोखा दिया है। 2 अगस्त को होगा शो का फिनाले बताते चलें कि बिग बॉस ओटीटी के तीसरे सीजन में 16 कंटेस्टेंट्स ने हिस्सा लिया था, जिनमें से अब महज 7 कंटेस्टेंट रह गए हैं। फिनाले में महज 5 लोग ही जाएंगे, ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि जल्द ही घर से मिड वीक एविक्शन होगा। ये हो सकते हैं फिनाले के कन्फर्म कंटेस्टेंट जल्द ही शो में नॉमिनेशन टास्क होने वाला है। इस टास्क को 2 टीमों के बीच किया जाएगा, जिसे जीतने वाले कंटेस्टेंट सीधा फिनाले वीक में पहुंच जाएंगे। बिग बॉस खबरी के अनुसार, टास्क जीतकर रणवीर शोरे, कृतिका मलिक और नैजी फिनाले में पहुंच चुके हैं।

from बॉलीवुड | दैनिक भास्कर https://ift.tt/WN3CKTV
via IFTTT

‘All His Spies’ and ‘Spycraft’ review

‘All His Spies’ and ‘Spycraft’ review JamesHoare

* This article was originally published here

संजय दत्त 65 के हुए:सेट पर नशा किया तो दिलीप कुमार ने डांटा था, जेल में मक्खी निकालकर पी जाते थे दाल

संजय दत्त आज अपना 65वां जन्मदिन मना रहे हैं। 43 साल के फिल्मी करियर में करीब 180 फिल्मों में काम कर चुके संजय मशहूर बॉलीवुड स्टार्स सुनील दत्त और नरगिस के बेटे हैं। करियर की तरह संजय की पर्सनल लाइफ भी कई उतार-चढ़ाव से गुजरी। यंग एज में ही ड्रग्स की लत लगी। डेब्यू फिल्म से पहले ही मां का निधन हो गया। फिर मुंबई बम ब्लास्ट केस में नाम आया तो 5 साल जेल में बिताए। 61 साल की उम्र में चौथी स्टेज के लंग कैंसर का पता चला। इन सभी मुश्किलों से लड़ते हुए संजय आज भी मुस्कुराते हुए जिंदगी जी रहे हैं। संजय के इस जन्मदिन पर दैनिक भास्कर ने उनसे जुड़े तीन लोगों से बात की और जाना कि उन्होंने अपनी जिंदगी की इन मुश्किलों का सामना कैसे किया… सेट पर शरारतें करते हैं संजू: रजा मुराद, अभिनेता ‘संजय के साथ मैंने पहली बार ‘मेरा हक’ नाम की फिल्म में काम किया था। इसके अलावा हमने ‘इनाम 10 हजार’, ‘कानून अपना अपना’, ‘सफारी’ और ‘सरहद पार’ जैसी फिल्में भी कीं। सेट पर संजू बहुत ही ज्यादा मजाकिया रहते हैं। वो हंसते-खेलते हुए अपना काम कर जाते हैं। इतना सब झेलने के बाद भी सेट पर संजू कभी किसी को यह महसूस नहीं होने देते थे कि उनकी लाइफ में कितने अप्स एंड डाउन्स हैं।' हम जहां रहते थे उसके पास ही मानेक जी कूपर स्कूल था, जहां संजय बचपन में पढ़ते थे। हम वहां एक फंक्शन देखने गए तो वहां फैंसी ड्रेस कॉम्पिटिशन में संजय दत्त पठान के लुक में स्टेज पर आए थे। उस जमाने में ‘काबुलीवाला’ फिल्म आई थी तो संजय ने उसी लुक को कॉपी किया था। संजू को बंदूकों और शिकार खेलने का भी बहुत शौक रहा है, तो अक्सर भोपाल और लखनऊ जाकर शिकार भी खेलते थे। पूरी इंडस्ट्री को संजय से हमदर्दी थी हम सब जानते हैं कि संजू का नाम मुंबई ब्लास्ट में भी आया था। हालांकि उस पूरे दौर में इंडस्ट्री के लोगों के मन में संजू के लिए हमदर्दी थी। हम सभी जानते थे कि संजू ने जो भी किया है नादानी में किया है। सभी को पता था कि दत्त साहब कितने सीधे और सच्चे इंसान थे। जिस चीज के लिए मैं संजय की तारीफ करूंगा वो है उनकी विल पॉवर। जो इन्होंने अपने ड्रग्स की लत पर कंट्रोल किया वो वाकई काबिल-ए-तारीफ है क्योंकि यह आसान भी नहीं और हर कोई इसे कर भी नहीं पाता। इंडस्ट्री ने भी संजू को दूसरा चांस दिया और संजू ने कमबैक करने के बाद कभी दोबारा ड्रग्स की तरफ नहीं देखा।’ संजू अपनी मां के साथ हमारे होटल आते थे: राशिद हकीम, संजय के दोस्त 'मेरी संजय से पहली बार मुलाकात 1986 में हुई थी। संजय के साथ मेरा एकदम फैमिली जैसा नाता रहा है। वो मुझे अपने छोटे भाई की तरह मानते हैं। वो हमारे होटल पर बचपन से आ रहे थे। उनकी मां उन्हें हमारे यहां लेकर आती थीं। वो आज भी हमारे यहां की निहारी के शौकीन हैं। एक बार मैंने उनको चिकन व्हाइट बिरयानी खिलाई। तब उन्होंने मुझे एक रेसिपी बताई और उस रेसिपी पर मैंने अपने होटल में चिकन संजू बाबा नाम से चिकन बनाकर बेचना शुरू कर दिया। वो बब्बर शेर हैं। उनकी पर्सनालिटी बहुत स्ट्रॉन्ग है। यहां तक कि मैं भी अपनी लाइफ का कोई किस्सा उनसे शेयर करता हूं तो वो मुझे उल्टा मोटिवेट कर देते हैं। कई बार उन्होंने मुझसे अपने जेल के एक्सपीरियंस शेयर किए थे। कहते थे कि यार वहां बहुत तकलीफ होती थी। खाना बनाता था, काम करता था पर जो सबसे मुश्किल चीज थी वो थी वहां की गंदगी को झेलना। मुझे आज भी याद है कि वीटी स्टेशन पर ‘पीके’ की शूटिंग चल रही थी। अगले दिन उनको जेल जाना था पर उसके बावजूद भी वो अपने आप को मेंटली स्ट्रॉन्ग रखकर शूट कर रहे थे। जब हमसे मिले तो उनकी आंखों से आंसू निकल आए। जेल जाने के बाद संजय बहुत टफ हो गए। दरअसल अंदर की लाइफ जो है बहुत मुश्किल होती है और उसने उन्हें बहुत टफ बना दिया। फैमिली और वर्कआउट के बिना अधूरे हैं संजय आज संजू की लाइफ में दो ही चीजें हैं- फैमिली और वर्कआउट। वो लाइफ के इस स्टेज में फैमिली के काफी करीब हो गए हैं। कहते हैं कि लाइफ में पत्नी और बच्चों के अलावा कुछ नहीं रखा। और वर्कआउट की बात करूं तो उसके बिना तो वो अधूरे हैं।' कैंसर से जूझते हुए भी वो फुल मोटिवेटेड रहते थे- सुनील शर्मा, फिटनेस ट्रेनर 'संजय से जब मैं पहली बार मिला था तब मेरे पास उनसे कहने के लिए कुछ शब्द ही नहीं थे। वो मुझसे काफी बड़े हैं पर उसके बावजूद भी वो मुझे पूरी रिस्पेक्ट देते थे। मैं दुबई में रहता था और वो उस वक्त अमेरिका में थे। उनसे ज्यादा मेरा फोकस उनके बच्चों और वाइफ को ट्रेन करने पर रहता था। वो बहुत फूडी हैं और पार्टीज के भी बड़े शौकीन हैं पर उन्हें कभी भी किसी चीज के लिए टोकना नहीं पड़ा। वो बिना डॉक्टर के गाइडेंस के कुछ भी नहीं खाते थे। वो खुद भी बहुत अच्छे से अपना ख्याल रखते हैं। संजू रोज बैडमिंटन जरूर खेलते हैं उनके साथ काम करते वक्त बस उन्हें थोड़ा सा पुश करना हाेता है। बाकी वो अपने हिसाब से ही वर्कआउट करते हैं। वो ENS ट्रेनिंग पर ज्यादा फोकस करते हैं। सूट पहनकर को स्ट्रेंथ ट्रेनिंग काफी करते हैं। इसके अलावा वो हर रोज बैडमिंटन जरूर खेलते हैं, खुद को फिट रखने के लिए।'

from बॉलीवुड | दैनिक भास्कर https://ift.tt/bSqHryG
via IFTTT

Former Gladiators referee John Anderson dies aged 92

The Scottish sports coach appeared in the show's original ITV run from1992 to 2000 and in its 2008 Sky revamp.

from BBC News https://ift.tt/7ZA8d2r

Former Gladiators referee John Anderson dies aged 92

The Scottish sports coach appeared in the show's original ITV run from1992 to 2000 and in its 2008 Sky revamp.

from BBC News https://ift.tt/IvRteOU

Author Edna O'Brien dies at age of 93

The Irish president described the writer as a ‘fearless teller of truths’.

from BBC News https://ift.tt/wGgcfFy

Etruscan temple found in Tuscania

The foundations of a previously unknown Etruscan temple have been found in Tuscania, an ancient city near Viterbo, about 60 miles northwest of Rome. The temple was discovered in the Etruscan necropolis of Sasso Pinzuto.

Associated with the Etruscan settlement on the adjacent Colle San Pietro, the necropolis consists of more than 120 tumulus and chamber tombs carved out of the volcanic tufa that date from the first half of the 7th century B.C. to the Hellenistic period (3rd-2nd century B.C.). It has been explored off and on since the 1830s, and many funerary offerings, mainly pottery vessels, have been unearthed.

Polychrome clay slabs dating to the second quarter of the 6th century B.C. decorated with molded reliefs depicting ceremonies and celebrations of the Etruscan elites have also been found, often broken and piled in the ditches surrounding burial mounds. Archaeologists have long thought the slabs were architectural features that once adorned cult buildings, but the remains of no such structures have been found. Until now.

Specifically, the tuffaceous opus quadratum foundations of a building with a rectangular plan, measuring 6.2 x 7.1 meters, oriented north-northeast and facing the access road to the urban area of Colle San Pietro, were discovered. Exploration of this building, located in a dominant position over the surrounding area, will enable the acquisition of information about funerary cults, characteristic of Tuscania in the Archaic period. It was probably a cult building, an oikos as it is called in technical terms, that is, the house of the deity (oikos in Greek, in fact, means “house”).

The building was found in a tongue of land just under 1,000 m² in size, housing at least three mounds with crepidines dug into the tufa and integrated in opus quadratum. North of the largest mound, with a diameter of more than ten meters, nine small pits in the tuff were intended for burials and cults: it is in this area of the excavation that the building was found.

The current excavation of the necropolis aims to deepen the knowledge of Etruscan Tuscania, focusing on how the interplay of monumental architecture and smaller burials explain the social structure of the settlement’s earliest periods (Orientalizing and Archaic, 7th-5th centuries B.C.).



* This article was originally published here

Something in the water? Why we love shark films

From the Steven Spielberg classic Jaws, to predators stalking the Seine in Under Paris, there is no shortage of shark films.

from BBC News https://ift.tt/DkMA35S

Kit Harrington defends play's 'black out' nights

Slave Play, which has just opened in London, has nights with dedicated performances for black audiences.

from BBC News https://ift.tt/Ivu6Tb7

Laura Whitmore alleges 'inappropriate behaviour' on Strictly

The television presenter says she wants to set the record straight.

from BBC News https://ift.tt/Xz647Jj

Laura Whitmore alleges 'inappropriate behaviour' on Strictly

The television presenter says she wants to set the record straight.

from BBC News https://ift.tt/v98Sg32

Mystery of Early Bronze Age axeheads solved

The mystery of the pair of Early Bronze Age axeheads that were mailed anonymously to the National Museum of Ireland last month has been solved. The sender has come forward to tell his story. His name is Thomas Dunne, and he’s a farmer from County Westmeath. He found the axes on his land while looking for a lost piece of equipment.

Thomas Dunne said he had found the items by chance on his silage field at Banagher at the end of June. “I was cutting silage [grass fodder for beef cattle] one day and a bit of metal fell off a mower,” he told the Irish Times.

He said: “We started looking for it then because we thought it might go into the silage harvester and break it up. So, I got a man with a metal detector to look for it and that’s how it was found. It was in the side of a field underneath a row of beech trees; there would have been ancient forts on the land around here.”

At first Dunne thought they were horse plough fragments or some other kind of scrap metal and almost tossed them back in the ditch, but the person who was helping him out thought they might be archaeologically significant, so he decided to send them to the museum instead of throwing them in a ditch. He packed them up carefully in a oat bar box and send them anonymously because any archaeological finds made in Ireland are property of the state, and there are serious penalties for people who illicitly seek them out.

Dunne was not looking for archaeological objects, so he wasn’t actually breaking the law that requires written prior permission for metal detectorists or risk a large penalty of up to three months in prison or a $70,000 fine. He just figured discretion was the better part of valour and kept mum. He only found out their age and function when he read about his donation in the newspapers a week later.

National Museum archaeologists are now surveying the find site, logging everything they can find that might shed light on the Bronze Age people who created the handaxes 4,000 years ago.



* This article was originally published here

How a sketch blossomed into Pakistan's first Ghibli-style animation

The Glassworker is the country's first hand-drawn feature film, but could it inspire others?

from BBC News https://ift.tt/0COWw67

How a sketch blossomed into Pakistan's first Ghibli-style animation

The Glassworker is the country's first hand-drawn feature film, but could it inspire others?

from BBC News https://ift.tt/XBomSyK

Champagne galore found on Baltic shipwreck

The wreck of a 19th sailing ship still loaded with its cargo of champagne, wine, mineral water and porcelain has been discovered in the Baltic off the Swedish island of Öland. The Baltictech diving group, a Polish association of divers dedicating to exploring shipwrecks in Baltic waters,

The sonar images were unremarkable (the wreck looked like a fishing boat, at most), so much so that there was some doubt whether any of the divers would think it was worth exploring. Two divers agreed to give a quick once-over. They ended up being gone for two hours, so the crew realized it was definitely not a fishing boat.

Instead, the wreck proved to be a merchant vessel in excellent condition, much of its original cargo still in place. There were so many bottles it was difficult to estimate total numbers.

“The whole wreck is loaded to the brim with crates of champagne, mineral water and china,” Tomasz Stachura, the leader of the Baltictech diving group, told AFP.

He said: “I have been diving for 40 years and it often happens that there is one bottle or two … to discover a wreck with so much cargo, it’s a first for me.”

Divers counted more than 100 bottles of champagne and baskets full of the famous Selters mineral water in sealed stoneware bottles. The shape of the bottles and design of the stamp indicate the water was bottled between 1850 and 1867.

The Baltictech group has notified the Swedish authorities about the shipwreck. They will not attempt recovery of any of the champagne or mineral water until they get the go-ahead from Sweden.

“[The ship] had been lying there for 170 years so let it lie there for one more year, and we will have time to better prepare for the operation,” Stachura said.



* This article was originally published here

धनुष ने खुद को बताया आउटसाइडर:सोशल मीडिया यूजर्स ने किया ट्रोल; बोले- आप भूल गए, डायरेक्टर पिता ने आपको लॉन्च किया था

साउथ के सुपरस्टार धनुष ने पिछले साल चेन्नई के पॉश एरिया पोएस गार्डन में नया बंगला लिया था। इस घर की कीमत करीब 150 करोड़ रुपए बताई जा रही है। धनुष का यह बंगला सुपरस्टार रजनीकांत और तमिल नाडु की पूर्व सीएम दिवगंत जयललिता के घर के पास है। अब हाल ही में धनुष ने इतनी बड़ी प्रॉपर्टी की ओनरशिप को लेकर चल रही बहस पर बात करते हुए अपने बचपन का एक किस्सा शेयर किया। साथ ही एक्टर ने यह भी बताया कि उन्होंने इस इलाके में ही घर क्यों लिया। क्या मेरे जैसे इसांन को पोएस गार्डन में घर नहीं लेना चाहिए? हैदराबाद में हुए अपकमिंग फिल्म ‘रायन’ के प्री-रिलीज इवेंट में धनुष ने स्टेज से इस बारे में बात की। धनुष ने कहा, ‘अगर मुझे पता होता कि पोएस गार्डन में घर खरीदना इतना बड़ा मुद्दा बन जाएगा तो मैं बस एक छोटा सा अपार्टमेंट लेता। क्या मेरे जैसे इंसान को पोएस गार्डन में घर नहीं खरीदना चाहिए? क्या एक आदमी जो सड़क पर पैदा हुआ उसे जीवन भर वहीं रहना चाहिए?’ ‘मैंने यह घर 16 साल वालो धनुष को गिफ्ट किया है’ इवेंट में धनुष ने कहा, ‘मैं आपको एक छोटा से किस्से के जरिए बताता हूं कि मैंने पोएस गार्डन में घर क्यों खरीदा। जब मैं 16 साल का था तब अपने दोस्तों के साथ रजनीकांत का घर देखने के लिए गया था। मैंने बाइक रोकी और देखा - एक तरफ रजनी सर का घर है और दूसरी तरफ जयललिता अम्मा का घर है। मैंने खुद से सोचा कि एक दिन, किसी तरह मैं भी पोएस गार्डन जैसे पॉश इलाके में कम से कम एक छोटा सा घर तो खरीद ही सकता हूं। आज पोएस गार्डन का घर मैंने उस 16 साल के वेंकटेश प्रभु (उनका असली नाम) को गिफ्ट किया है।’ लोगों ने याद दिलाया फिल्मी बैकग्राउंड इवेंट से धनुष का यह वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने एक्टर को ट्रोल करना शुरू कर दिया। यूजर्स ने एक्टर को याद दिलाया कि वो आउटसाइडर नहीं बल्कि कभी साउथ के फेमस डायरेक्टर रहे कस्तूरी राजा के बेटे हैं। वहीं कुछ यूजर्स ने कहा कि धनुष कभी सड़कों पर नहीं रहे। वो अच्छे खासे घर में पैदा हुए हैं। 26 जुलाई को रिलीज होगी ‘रायन’ वर्कफ्रंट पर धनुष की फिल्म ‘रायन’ 26 जुलाई को रिलीज होनी है। इसे उन्होंने डायरेक्ट भी किया है। एक्टर इस वक्त इलैयाराजा की बायोपिक पर भी बिजी हैं। इसके अलावा बॉलीवुड में वो आनंद एल राय के साथ तीसरी बार फिल्म ‘तेरे इश्क में’ पर भी काम कर रहे हैं।

from बॉलीवुड | दैनिक भास्कर https://ift.tt/zYVR5sK
via IFTTT

आपबीती सुनाते हुए रोए मिर्जापुर के ‘लाला’:कास्टिंग वाले फोटोज डस्टबिन में फेंक देते थे; क्रिकेटर बनना था, लेकिन पॉलिटिक्स का शिकार हुए

'आज लोग मुझे मिर्जापुर के लाला के नाम से जानते हैं। हाल ही में मुझे फिल्म कल्कि 2898 AD में भी देखा गया है। अमिताभ बच्चन, प्रभास, कमल हासन और दीपिका पादुकोण जैसे सितारों के साथ काम करना हर एक्टर का सपना होता है। मेरा भी था, जो पूरा हो गया है। हालांकि जब जिंदगी के पिछले पन्नों को पलटता हूं, तो अपने ही संघर्ष के बारे में सोचकर आंखें नम हो जाती हैं। मैं कुछ कर गुजरने की चाहत में 1996 में मुंबई आया था। यहां पर सिर्फ टॉम सर (टॉम ऑल्टर- मशहूर एक्टर) थे, जिन्हें मैं जानता था। उनके सहारे तो यहां आ गया था, लेकिन खुद की पहचान बनाने में यहां के संघर्ष ने मुझे खून के आंसू रुला दिए।’ अनिल जॉर्ज ये बात बताते हुए रोने लगते हैं। अनिल कहते हैं कि आज वे किसी के सामने अपने दिल की बात खुलकर नहीं रख पाते। शुरुआत में वे ऐसा करते थे, लेकिन उनका सच जानकर लोग उनकी हालात का मजाक बना देते थे। अनिल आंसू पोछते हुए कहते हैं, 'यहां तक के सफर में सिर्फ टॉम सर और मेरी पत्नी ने ही साथ दिया है। इन्हीं दोनों ने मेरे आंसू पोछे हैं, जब-जब मैं रोया हूं।' कम उम्र से ही एक्टिंग करने लगे थे अनिल का जन्म एक ईसाई परिवार में हुआ था। बचपन के बारे में उन्होंने बताया, ‘एक आम बच्चे की तरह मेरा भी बचपन बीता। हमारे यहां ईस्टर और क्रिसमस जैसे त्योहार पर नाटक होता था। इन नाटकों में मेरे बड़े भाई और बहन भी पार्टिसिपेट करते थे। उन्हीं के नक्शेकदम पर चलकर मैं भी एक्ट कर लेता था। बस शौक के लिए करता था, कभी सोचा नहीं था कि यही शौक मेरी किस्मत बन जाएगा।’ क्रिकेटर बनना चाहते थे अनिल ने बताया कि उन्हें क्रिकेट खेलने का बहुत शौक था। नाटक तो वे त्योहार के मौके पर करते थे, लेकिन क्रिकेट वे हमेशा खेला करते थे। इस बारे में उन्होंने कहा, ‘मुझे सबसे ज्यादा सुकून क्रिकेट खेलने में मिलता था। शुरुआत में मुझे पता ही नहीं था कि मैं एक बेहतरीन बॉलर हूं। कम उम्र में ही मां की मौत हो गई थी, जिसके बाद मुझे रहने के लिए एक रिश्तेदार के घर भेज दिया गया। वहां की लाइफ भी संघर्ष से भरी रही। वहां जाने के बाद भी क्रिकेट के प्रति मेरा जुनून कम नहीं हुआ। वहां कॉलेज के कुछ सीनियर ने एहसास कराया कि मैं अच्छा बॉलर हूं। मैं अपने देश की तरफ से क्रिकेट खेलना चाहता था, लेकिन इस फील्ड से जुड़े कुछ लोगों ने मुझे आगे नहीं बढ़ने दिया। उन्हें डर था कि मैं उनसे बहुत आगे निकल जाऊंगा, इसलिए उन्होंने मेरे सपने का कत्ल करना बेहतर समझा। तंगी में पत्नी ने फाइनेंशियल सपोर्ट किया एक्टिंग फील्ड में आने से पहले अनिल का दिवंगत एक्टर टॉम ऑल्टर के साथ दोस्ताना रिश्ता था। उन्होंने ही अनिल को एक्टिंग की दुनिया में पहला ब्रेक दिलाया था। अनिल कहते हैं, ‘1996 में टॉम सर ने मुझे मुंबई बुलाया था। उन्हीं की बदौलत मुझे टीवी शो युग में काम मिला था। इसके बाद मुंबई का सफर बिल्कुल आसान नहीं रहा। तकलीफें इतनी थीं, जितनी मैं बयां भी नहीं कर सकता। रहने-खाने का कोई ठिकाना नहीं था। इस बुरे वक्त में टॉम सर और मेरी वाइफ नंदी ने सबसे ज्यादा सपोर्ट किया। जब खाने को कुछ नहीं था, तब टॉम सर कुछ पैसे दे दिया करते थे, जिससे कुछ दिन गुजारा हो जाता। वहीं, नंदी भी आर्थिक रूप से मेरी बहुत मदद करती थीं। वे AIIMS में नर्स थीं। शादी के बाद काम नहीं मिलने तक उन्होंने ही मेरे सारे खर्चे उठाए। उस वक्त लंबे पीरियड तक मेरे पास काम नहीं रहता था। आगे क्या होने वाला है, कुछ पता नहीं होता था, लेकिन नंदी ने कभी मुझसे सवाल नहीं किया। कभी नहीं कहा कि मैं दूसरा कोई काम देख लूं, ऐसे काम नहीं चल पाएगा। हालात ऐसे थे कि मैं आसानी से टूट सकता था, लेकिन नंदी के सहारे ने हर कदम पर मुझे आगे बढ़ने का हौसला दिया। इसके लिए मैं आज भी नंदी का शुक्रगुजार हूं।’ फिल्म से सीन्स कटने पर दोस्तों ने उड़ाया था मजाक अनिल ने 1999 की फिल्म 'हु तू तू' में काम किया था। फिल्म में सुनील शेट्टी, तबु और नाना पाटेकर जैसे कलाकार लीड रोल में थे। अनिल ने बताया कि फिल्म में उनके सबसे ज्यादा सीन्स तबु के साथ थे। उन्होंने कहा, ‘एक सीन में मैंने तबु को मारा भी था। फिल्म साइन करने के बाद मैंने खुशी-खुशी में बहुत सारे दोस्तों को यह बात बता दी कि मैं इतनी बड़ी स्टार कास्ट के साथ पर्दे पर देखा जाऊंगा, लेकिन जब फिल्म रिलीज हुई तो देखा कि मेरे बहुत सारे सीन्स हटा दिए गए हैं। इस बात से मुझे बहुत दुख पहुंचा और दोस्तों में मेरा मखौल बन गया। इस घटना के बाद से ही मैं बड़ी से बड़ी फिल्म साइन करने के बाद भी किसी को बताता नहीं हूं, जब तक कि फिल्म रिलीज ना हो जाए।’ काम मांगने जाते, तो लोग फोटो फाड़कर डस्टबिन में फेंक देते अनिल ने आगे के सफर के बारे में कहा, ‘हर स्ट्रगलर की तरह मैंने भी ऑडिशन और रिजेक्शन के दौर को फेस किया है। यंग ऐज में बहुत अच्छा दिखता था। सोचता था कि राह चलते भी लोग हीरो का रोल ऑफर कर सकते थे। इस वजह से बड़े-बड़े डायरेक्टर्स-प्रोड्यूसर्स के ऑफिस के चक्कर लगाता था। बड़े शौक से फोटो खिंचवा कर स्टूडियो में काम मांगने के लिए जाता था। हर बार यही सोचता था कि बात तो बन ही जाएगी। हालांकि ऐसा होता नहीं था। किसी डायरेक्टर या प्रोड्यूसर तक मेरी तस्वीर पहुंचती ही नहीं थी। पहले ही उस तस्वीर को डस्टबिन में फेंक दिया जाता था।' अंत में अनिल ने बताया कि फिलहाल वे किसी प्रोजेक्ट पर काम नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें जो भी काम मिलेगा वे उसे शिद्दत से करेंगे।

from बॉलीवुड | दैनिक भास्कर https://ift.tt/GmHwS5E
via IFTTT

Jewell and Yarros among winners at 2024 TikTok Book Awards

More than 80,000 TikTok users voted for their favourite authors, books and #BookTok creators.

from BBC News https://ift.tt/KvGJIkO

Jewell and Yarros among winners at 2024 TikTok Book Awards

More than 80,000 TikTok users voted for their favourite authors, books and #BookTok creators.

from BBC News https://ift.tt/BSJVWbx

Calling Time on BC and AD

Calling Time on BC and AD JamesHoare

* This article was originally published here

Amazon buys historic UK film studio

The US-based company films regularly at Bray Studios in Berkshire and has now bought the site.

from BBC News https://ift.tt/s3H95ym

Abbington 'received online rape threats' after Strictly

The actress says the online abuse since leaving the show has been "brutal, relentless and unforgiving".

from BBC News https://ift.tt/HP48Ta0

Abbington 'received online rape threats' after Strictly

The actress says the online abuse since leaving the show has been "brutal, relentless and unforgiving".

from BBC News https://ift.tt/AaqkOmC

Roman urn of Attii family seized from farmhouse garden

A Roman cinerary urn with an important dedicatory inscription has been has come to light in Portogruaro, a town on the outskirts of Venice, northern Italy. The urn dates to between the 1st century B.C. and the middle of the 1st century A.D. Engraved in Latin capitals on the front of the box is an inscription commissioned by Attius Lucullus, a member of the Attii family who were prominent in the area and known from numerous inscriptions in nearby ancient Altinum.

The box is made of limestone and has a rhomboid shape with a pseudo-square base. There is a cut-out square cavity at the top which held the cinerary remains. Originally, the cavity was covered by a lid, but that is long gone, as are the ashes of the deceased. The inscription has suffered heavy wear and tear and is only partially legible with the naked eye. It reads:

L(ucio) Attio Sex(ti) f(ilio) patri,

C(aio) Attio Sex(ti) f(ilio) patruo,

[-] Attio L(uci) f(ilio) fratri,

[-] Attius L(uci) f(ilius) Lucullus.

It names four members of the Attius family: the dedicator, Attius Lucullus, his father Lucius, his uncle Caius and his brother.

The limestone box was discovered in the late 60s or early 70s in a field near a farmhouse, but the finder never reported it. It was left in the garden of the cottage even as different owners acquired it. When the current property owners, bought the farmhouse in 2023, they reported the urn to the Archaeological Superintendency who launched an investigation.

At the end of the investigation, in January 2024, the Pordenone Public Prosecutor’s Office seized the urn on the grounds that the current property owners had no legal title to it and assigned it to the Concordiese National Museum in Portogruaro. The Carabinieri Nucleus for the Protection of Cultural Heritage of Venice have now delivered the urn to the Concordiese National Museum. Researchers are now examining it further in the hope of being able to make out the faded parts of the inscription.



* This article was originally published here

Ten years since the Glasgow Commonwealth Games

Watch: Dancing tea cakes, a giant Nessie and Karen Dunbar - the Glasgow Commonwealth Games Opening Ceremony 10 years on.

from BBC News https://ift.tt/usUoIM2

'We will never tolerate unacceptable behaviour' says BBC boss

The BBC's director general, Tim Davie, responds to reports of abusive behaviour on BBC One's Strictly Come Dancing.

from BBC News https://ift.tt/Auo1prv

‘Final Verdict’ by Tobias Buck review

‘Final Verdict’ by Tobias Buck review JamesHoare

* This article was originally published here

The stars you won't see on the BBC salaries list

Michael McIntyre, Bradley Walsh and Alex Jones are among the stars whose salaries will not appear.

from BBC News https://ift.tt/Ey2vp5e

The stars you won't see on the BBC salaries list

Michael McIntyre, Bradley Walsh and Alex Jones are among the stars whose salaries will not appear.

from BBC News https://ift.tt/LpHwecz

Silver amulet is Bulgaria’s earliest Christian artifact

A small sheet of silver inscribed in Greek has been revealed to be the earliest Christian artifact ever discovered in Bulgaria. The amulet dates to the second half of the 2nd century or the beginning of the 3rd, and contains the first mention of Christ, the first sign of the cross and the first references to the archangels Gabriel and Michael.

The silver sheet was unearthed in the summer of 2023 in the burial of a young man in the necropolis of the Deultum-Debelt National Archaeological Reserve, site of the ancient Roman colony of Deultum near the modern-day village of Debelt in southeastern Bulgaria. It was rolled up tightly and placed near the head of the deceased. In keeping with Christian practice (even this early), there were no other grave goods buried with him.

At first glance, the scroll looked like a silver ingot, but archaeologists realized it was actually a thin sheet of silver foil tightly rolled up. It would likely have been placed in a leather or fabric holder and worn as a pendant or hidden inside the clothes.

Conservators were able to unfurl it without damaging the surface and reveal the inscription within. Epigrapher Dr. Nikolay Sharankov worked with the archaeological team to decipher the inscription. It translates to: “Gabriel, Michael, Guardian – Christ” which each name on its own line. Amulets invoking angels, usually four of them, have been found in Jewish, Christian and pagan magical texts. In this case only two angels are invoked by name, but there are still four words. The third word, “Guardian,” is believed to be a reference to Christ’s role and to the general role of the amulet itself.

Christ is written +ΡЄICTOC, with the first letter of Christ’s name, X, rotated 45 degrees to form a cross. This is a symbolic feature found in some very early Christian inscriptions. Also notable for its early coinage is the spelling of the i-sound in Christ as “EI” instead of the single “I” letter.

“Inscriptions visible to the public rarely overtly disclosed early Christians’ religious allegiance,” Sharankov notes. “They often utilized innocuous symbols such as birds or fish, or veiled expressions like ‘God’ that didn’t draw suspicion. Explicit references to Jesus Christ were rare, with one early example found in a tomb inscription from Plovdiv, ancient Philippopolis, dating back to the early 3rd century. However, in that instance, the name ‘Jesus’ was conveyed through a cipher—likely understood only by Christians—as the number 888. In contrast, the amulet from Deultum, concealed from prying eyes, allowed for the direct mention of Christ without ambiguity or secrecy.”

Founded by Vespasian around 70 A.D. as a colony for the veterans of the Legio VIII Augusta who had backed his bid for the imperial throne, Deultum was only the second Roman colony on the Balkan Peninsula, the first Roman city in what is now Bulgaria and the only colony of Roman citizens ever to be founded in Bulgaria. It was a port town on the Sredetska River with direct access to the Black Sea and became the richest city in the area, prospering from trade and copper mining. It reached its peak of prosperity, population and urban growth during the Severan dynasty in the late 2nd and early 3rd century.

Deultum was also the first town in Bulgaria known to have had a Christian bishop. The diocese of Develtos was founded in the 2nd century and the first bishop to be named in historical sources, Aelius Publius Julius, is cited by Eusebius of Caesarea in the Historia Ecclesiastica as actively combating the Montanist heresy in the 170s.

The amulet is now on display at the museum of the Deultum-Debelt National Archaeological Reserve.



* This article was originally published here

Want To Control Your Cholesterol? Add These 4 Foods In Daily Routine

Alongside adopting a healthy diet, prioritizing regular exercise is key for maintaining heart health. Embrace these dietary changes and commit to staying active to regulate cholesterol levels and promote well-being. We explore foods that, when part of your daily meals, aid in maintaining healthy cholesterol levels.

from Zee News :Zee News - Health https://ift.tt/kQIKx41

32 साल की सेलेना गोमेज 6.7 हजार करोड़ की मालकिन:कभी प्रियंका चोपड़ा के पति को डेट किया था, इनके नाम 16 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

अमेरिकन एक्ट्रेस और सिंगर सेलेना गोमेज का आज 32वां बर्थडे है। इतनी कम उम्र में ही सेलेना ​​​​​​ने कई बड़े अचीवमेंट्स अपने नाम किए हैं। उनके नाम 16 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स भी हैं। इसके अलावा वे 425 मिलियन फॉलोअर्स के साथ इंस्टाग्राम पर दुनिया की तीसरे सबसे ज्यादा फॉलो की जाने वाली सेलेब हैं। 2017 में सेलेना का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था। वो ल्यूपस नाम की बीमारी से जूझते हुए डिप्रेशन में भी रहीं और बाइपोलर डिसऑर्डर से भी जूझीं। कभी तंगहाली में बचपन बिताने वाली सेलेना की नेटवर्थ आज 800 मिलियन डॉलर यानी करीब 6 हजार 698 करोड़ रुपए है। यह बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेसेस में से एक आलिया भट्‌ट और दीपिका पादुकोण से कई गुना ज्यादा है। 32वें बर्थडे पर जानते हैं कैसी रही सेलेना गोमेज की लाइफ… पांच साल की थीं जब पेरेंट्स का तलाक हुआ सेलेना का जन्म 22 जुलाई, 1992 को अमेरिका के टेक्सास के ग्रैंड प्रेयरी शहर में हुआ था। उनके पिता रिकार्डो जोएल गोमेज मीडिया पर्सन और मां मैंडी टीफी स्टेज एक्ट्रेस रह चुकी हैं। सेलेना का नाम सिंगर सेलेना क्विंटनीला के नाम पर रखा गया था जिनका 1995 में निधन हो गया था। सेलेना जब पांच साल की थीं, तब उनके पेरेंट्स का तलाक हो गया था जिसके बाद से वो अपनी मां के साथ रहती हैं। सेलेना ने होम स्कूलिंग से अपनी पढ़ाई की थी। मां ने मेरे लिए पूरी लाइफ सैक्रिफाइस कर दी: सेलेना सेलेना जब पैदा हुईं तब उनकी मां सिर्फ 16 साल की थीं। सेलेना का पूरा बचपन तंगहाली में बीता। एक इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने कहा था, ‘मैं फ्रस्ट्रेट हो गई थी क्योंकि मेरे पेरेंट्स साथ नहीं थे। मां मेरे जीवन को बेहतर बनाने के लिए बहुत मेहनत करती थीं। 16 साल की उम्र में बेटी की रिस्पॉन्सिबिलिटी उठाना आसान नहीं होता, पर उन्होंने मेरे लिए अपनी पूरी लाइफ सैक्रिफाइस कर दी। मां के काम को देखकर हुआ एक्टिंग में इंट्रेस्ट अपनी मां को स्टेज प्रोडक्शन का काम करते देख सेलेना को भी एंटरटेनमेंट फील्ड में इंट्रेस्ट आने लगा। 2002 में उन्होंने चिल्ड्रन टीवी सीरीज 'बार्नी एंड फ्रेंड्स' से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की। दो साल तक यह शो करने के साथ-साथ सेलेना 'स्पाई किड्स 3', ‘वॉकर’ और ‘टेक्सास रेंजर’ जैसी फिल्मों में भी नजर आईं। सेलेना ने इसके अलावा डिज्नी चैनल के फेमस शो 'हैना मॉन्टेना' में भी काम किया। 'विजार्ड्स ऑफ वेवर्ली प्लेस' से बनीं टीन आइडल बतौर एक्ट्रेस सेलेना काे पहचान मिली 2007 में शुरू हुए डिज्नी चैनल के ही शो 'विजार्ड्स ऑफ वेवर्ली प्लेस' से जिसमें उन्होंने लीड रोल प्ले किया। शो में एलेक्स रूसो के लीड कैरेक्टर ने सेलेना को टीन आइडल बना दिया। कुछ दिनों बाद वे सबसे ज्यादा कमाई करने वाली टीवी चाइल्ड स्टार्स में से एक बन गईं। उन्हें एक एपिसोड के लिए 25 से 30 हजार यूएस डॉलर यानी 20 से 25 लाख रुपए मिलने लगे। इसी शो ने उन्हें कई अवॉर्ड भी दिलाए। 2008 में किया सिंगिंग डेब्यू 2008 में सेलेना ने पहली बार सिंगिग फील्ड में कदम रखा। एक्ट्रेस ने टीन-म्यूजिकल फिल्म 'अनदर सिंड्रेला स्टोरी' के लिए 3 गाने रिकॉर्ड किए। इनमें से 'टेल मी समथिंग आई डोंट नो' गाना यूएस बिलबोर्ड हॉट 100 चार्ट में शामिल हुआ। 16 साल की उम्र में ही सेलेना ने हॉलीवुड रिकॉर्ड्स के साथ एग्रीमेंट कर लिया और अपनी प्रोडक्शन कंपनी जुलाई मून प्रोडक्शन शुरू की। 2009 में उन्होंने सेलेना गोमेज एंड द सीन नाम से पॉप रॉक बैंड बनाया। आने वाले कुछ सालों में सेलेना ने बतौर एक्ट्रेस और बतौर सिंगर कई रिकॉर्ड्स बनाए और खूब नाम कमाया। ट्रीटमेंट के लिए बीच में कैंसिल किया टूर 2013 में सेलेना ने स्टार्स डांस टूर शुरू किया। नॉर्थ अमेरिका और यूरोप में परफॉर्म करने के बाद उन्होंने दिसंबर 2013 में ऑस्ट्रेलिया और एशिया का टूर कैंसिल कर दिया। उन्होंने कहा कि वे अपनी फैमिली के साथ वक्त बिताना चाहती हैं। अगले महीने जनवरी में पता चला कि वे दो हफ्ते तक एरिजोना के एक ट्रीटमेंट सेंटर में रही थीं, जहां यंगस्टर्स अपने एडिक्शन और ट्रॉमा का इलाज करवाने जाते हैं। 2015 में सेलेना ने कन्फर्म किया कि उन्हें पता चला था कि वो ल्यूपस से पीड़ित हैं। ऐसे में वो टूर कैंसिल करके कीमोथेरेपी कराने के लिए ट्रीटमेंट सेंटर गई थीं। एक हफ्ते में ‘फॉर यू’ एल्बम की 35 हजार यूनिट बिकीं अप्रैल 2014 में सेलेना ने अपनी मां और स्टेपफादर को मैनेजर के पद से हटा दिया, जो करियर की शुरुआत से ही उनके मैनेजर थे। रिपोर्ट्स में कहा गया कि वे डिज्नी टीन आइडल की इमेज को ब्रेक करना चाहती थीं। इसी साल सेलेना के करियर का पहला ग्रेटेस्ट हिट एल्बम ‘फॉर यू’ रिलीज हुआ। पहले हफ्ते में इस एल्बम की 35 हजार से ज्यादा यूनिट बिकीं। दिसंबर 2014 में सेलेना ने हॉलीवुड रिकॉर्ड्स से नाता तोड़कर इंटरस्कोप रिकॉर्ड्स के साथ एग्रीमेंट साइन कर लिया। डिप्रेशन और बाइपोलर डिसऑर्डर की शिकार हुईं 2016 में सेलेना ने फिर से रिवाइवल टूर शुरू किया। इस बार नॉर्थ अमेरिका और एशिया में टूर करने के बाद उन्होंने यूरोप और साउथ अमेरिका का टूर कैंसिल कर दिया। वजह ये थी कि उन्हें एंग्जाइटी और पैनिक अटैक आते थे। साथ ही ल्यूपस के चलते वे डिप्रेशन और बाइपोलर डिसऑर्डर की भी शिकार हो गई थीं। ‘वी डोंट टॉक एनीमोर’ ने बनाया रिकॉर्ड 2016 में सेलेना गोमेज ने चार्ली पुथ के साथ 'वी डोंट टॉक एनीमोर' परफॉर्म किया, जिसे इंटरनेशनल सक्सेस मिली। यह गाना अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस और स्पेन समेत कई देशों के म्यूजिक चार्ट्स में टॉप 10 में शामिल रहा। यह 2016 का यूट्यूब पर सबसे ज्यादा देखा जाने वाला म्यूजिक वीडियो भी बना जिसे (3 बिलियन व्यूज) 319 करोड़ से ज्यादा लोगों ने देखा। 4 महीने सोशल मीडिया से दूर रहीं इसी बीच बार-बार बीमार होने के चलते सेलेना एक बार फिर से रिहैब गईं, ताकि अपनी मेंटल हेल्थ पर ध्यान दे पाएं। इस दौरान वे 4 महीनों तक सोशल मीडिया से दूर रहीं। उस वक्त तक वे इंस्टाग्राम पर सबसे ज्यादा फॉलो की जाने वाली सेलिब्रिटी थीं और 100 मिलियन फॉलोअर्स हासिल करने वाली पहली सेलिब्रिटी भी। सबसे ज्यादा फॉलोअर्स वाली फीमेल सेलेब हैं फरवरी 2023 में सेलेना ने अपना यह स्टेट्स फिर से हासिल किया और आज वो इंस्टाग्राम पर दुनिया की सबसे ज्यादा फॉलो की जाने वाली फीमेल सेलेब हैं। फिलहाल उनके 426 मिलियन फॉलोअर्स हैं। वे सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले सेलेब्स की लिस्ट में फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो (635 मिलियन) और लियोनल मेसी (504 मिलियन) के बाद तीसरे नंबर पर हैं। 1 साल में दर्ज हुए 9 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स 2015 से 2016 तक सेलेना ने 9 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स तोड़े। कई महीनों तक सोशल मीडिया से गायब रहने के बाद वे जब लौटीं तब उन्हें अमेरिकन म्यूजिक अवॉर्ड 2016 में फेवरेट पॉप/रॉक फीमेल आर्टिस्ट ऑफ द ईयर चुना गया। इसी फंक्शन में जस्टिन बीबर फेवरेट पॉप/रॉक मेल आर्टिस्ट ऑफ द ईयर चुने गए। जस्टिन तब सेलेना के बॉयफ्रेंड थे। कभी टूटा तो कभी जुड़ा बीबर के साथ रिश्ता पर्सनल लाइफ में सेलेना गोमेज वैसे तो कई रिलेशनशिप में रहीं, पर सबसे ज्यादा चर्चा उनके और कैनेडियन सिंगर जस्टिन बीबर के रिश्ते की रही। दोनों पहली बार 2009 में मिले। फिर 2011 की ऑस्कर वैनिटी फेयर पार्टी के रेड कारपेट पर साथ में डेब्यू कर दोनों ने अपना रिश्ता ऑफिशियल कर दिया। हालांकि 2013 में दोनों का ब्रेकअप हो गया। जहां बीबर, हेली को डेट करने लगे वहीं सेलेना ने डीजे जेड को डेट किया। 2015 में जब सेलेना का जेड से ब्रेकअप हुआ तो वे फिर से बीबर के करीब आ गईं। फिर दोनों का रिश्ता कई बार बनता-बिगड़ता रहा। 2017 में दोनों फिर साथ देखे गए और 2018 का वैलेंटाइन डे सेलेना और जस्टिन ने साथ मनाया। हालांकि सितंबर 2018 में जस्टिन ने हेली से शादी कर ली और सेलेना से उनका रिश्ता हमेशा के लिए खत्म हो गया। प्रियंका के पति निक जोनस को भी डेट किया बीबर से पहले सेलेना ने 2008 में सिंगर निक जोनस को डेट किया था, जाे आज प्रियंका चोपड़ा के पति हैं। इसके अलावा 2015 में उन्होंने ने डीजे जेड को भी कुछ दिनों के लिए डेट किया। जनवरी 2017 में सेलेना ने कैनेडियन सिंगर द वीकेंड को भी डेट किया। दोनों कुछ महीने साथ भी रहे, पर फिर ब्रेकअप हो गया। दिसंबर 2023 में सेलेना ने कन्फर्म किया कि वे अमेरिकन रिकॉर्ड प्रोड्यूसर बेनी ब्लैंको के साथ रिलेशनशिप में हैं। दोनों ने गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स में एक-दूसरे को किस करके सनसनी मचा दी थी। 41 करोड़ के घर में रहती हैं सेलेना कभी तंगहाली में बचपन बिताने वालीं सेलेना गोमेज आज जिस बंगले में रहती हैं, उसकी कीमत 4.9 मिलियन डॉलर यानी 41 करोड़ रुपए है। इस घर में 6 बेडरूम और 10 बाथरूम हैं।

from बॉलीवुड | दैनिक भास्कर https://ift.tt/V1pgvUn
via IFTTT

Giovanni Pernice insists 'I’ll be back' after Strictly accusation

The dancer has been accused of “cruel and mean” behaviour by former dancer partner Amanda Abbington.

from BBC News https://ift.tt/UZnIthL

Giovanni Pernice insists 'I’ll be back' after Strictly accusation

The dancer has been accused of “cruel and mean” behaviour by former dancer partner Amanda Abbington.

from BBC News https://ift.tt/5DZsUCn

Decorated block with decapitated Gaul found in Toul

A carved block that was once part of the entablature of a monumental Gallo-Roman public building has been discovered in Toul, northeastern France. It is covered with vegetal motifs in the Corinthian style, a type of decoration that was popular throughout the Empire in the 1st and 2nd centuries. This is the first time an architectural element of this imposing size, decorative carving and design style has been found in Toul.

Dubbed Tullum Leucorum by the Romans, Toul was the capital of the Belgic Leuci tribe. In the Roman era, the town prospered thanks to its strategic military and commercial location on the Moselle river at the crossroads of two major Roman roads. It started out as a Leuci hillfort (oppidium), and in the late 3rd or early 4th centuries, the Romans built large defensive walls, heavily reliant on spoglia (building materials recycled from older structures), that encircled the town for centuries. The walls and 15 towers were still in active use until the fortifications were rebuilt in 1700.

Archaeologists from France’s National Institute for Preventive Archaeological Research (INRAP) have been excavating where new heating network will be installed in the old city center. A fragment of the ancient wall seven feet thick was discovered in April, followed by a low masonry and rubble wall nearby. The carved stone block was found 20 feet from this second wall. It was buried in backfilled soil, but was able to be recovered for a quick initial cleaning at the site.

The white limestone block is a large section of a highly decorated entablature. It is four feet long, 3.3 feet deep and 1.7 feet high and weighs more than 880 pounds. It has two ornate modillions (brackets used as supports under high, flat parts of a building like cornices and roofs). It is broken at both ends, likely damaged when it was torn off an old building for reuse in the wall.

The modillions feature acanthus-like vegetal decoration on one and the Gallo-Roman version of a Green Man figure on the other. Between the modillions are two rectangular metopes. One is carved with what appears to be a shield, the other with a Gallic head with a hollow eye, an iconographic type seen on local potin leuque coins from the 1st B.C. the head is severed, cut off at the neck, and is resting on a Roman sword. This is symbolic of Rome’s victory over Gaul.

While one decorated entablature with comparable features has been found in a large mausoleum north of Trier, the size and elaborate decoration of this block indicates it was used in a monumental public building. Comparable examples have been found in the facades of temples, theaters, baths, triumphal arches and gates from the 2nd century A.D.

The block has been removed from the site and placed in temporary storage at the INRAP headquarters in Metz. It will cleaned, conserved and studied before eventually going on display in the Toul museum.



* This article was originally published here

कल्कि के फर्स्ट शेड्यूल में प्रेग्नेंट नहीं थीं दीपिका:इसमें काम करने वाले एक्टर बोले- प्रभास ने दिए टिप्स, बिग बी के साथ काम करना अचीवमेंट

फिल्म कल्कि 2898 AD की हर तरफ चर्चा हो रही है। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भी धमाल मचा रही है। दीपिका पादुकोण, प्रभास और अमिताभ बच्चन स्टारर इस फिल्म में एक और कैरेक्टर है, जिसका काम लोगों को बहुत पसंद आया है। हम बात कर रहे हैं क्रेन यानी हमहू की जिनका असली नाम हिमांशु सिंह है। फिल्म रिलीज के बाद हमहू ने दैनिक भास्कर से बातचीत की। उन्होंने दीपिका, प्रभास और अमिताभ बच्चन के साथ काम करने के एक्सपीरियंस को भी शेयर किया। हमहू के साथ बातचीत का सिलसिला शुरू करते हैं... सवाल- आपका असली नाम हिमांशु सिंह है। हमहू नाम क्यों चुना? जवाब- फिल्म इंडस्ट्री में आने के कुछ समय बाद मैंने अपना नाम हिमांशु सिंह से हटकर कुछ स्पेशल रखने के बारे में सोचा। खासतौर से मैंने इंस्टाग्राम हैंडल के लिए हिमांशु को शॉर्ट करके हमहू कर लिया था। मैं बिहार का रहने वाला हूं। वहां पर हमहू का मतलब मैं भी होता है। इस तरह यह नाम मेरे लिए और खास हो गया। सवाल- क्या प्रेग्नेंसी की वजह से दीपिका के साथ शूट करना मुश्किल था? जवाब- जब 2 साल पहले फिल्म की शूटिंग शुरू हुई थी, तब दीपिका प्रेग्नेंट नहीं थीं। वे सिर्फ फिल्म में प्रेग्नेंट थीं। प्रेग्नेंट दिखने के लिए उन्होंने प्रॉप्स का यूज किया था, जिस पर VFX का भी काम किया गया था। फिल्म के आखिरी शूटिंग शेड्यूल के आस-पास दीपिका प्रेग्नेंट हुई थीं। फिल्म में उनका एक सीन था, जिसकी वजह से रणवीर सिंह बहुत चिंतित थे। वे दीपिका का ख्याल रखने के लिए उस सीन की शूटिंग के वक्त सेट पर मौजूद थे। सवाल- अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का एक्सपीरियंस कैसा रहा? जवाब- अमिताभ बच्चन के साथ काम करते वक्त बहुत ही अच्छा फील हो रहा था। ये मेरी लिए बहुत गर्व की बात थी कि मैं उस फिल्म में काम कर रहा था, जिसमें बिग भी थे। इसके लिए मैं बहुत आभारी हूं। सवाल- क्या शूटिंग के वक्त प्रभास से कुछ एक्टिंग के गुण सीखने का मौका मिला? जवाब- प्रभास के साथ काम करने का भी एक्सपीरियंस बहुत मजेदार रहा। उन्होंने मुझे एक्शन सीक्वेंस के दौरान एक्टिंग टिप्स भी दिए। मैं प्रभास जैसे सुपरस्टार के साथ काम करने के दौरान नर्वस भी था। वे ये बात भाप गए थे कि मैं नर्वस हूं। तब उन्होंने मुझे साइड में बुलाया और एक्शन सीक्वेंस के लिए टिप्स दिए। उनको एक्सपीरियंस भी है, उन्होंने बाहुबली, सालार जैसी फिल्मों में काम किया है। प्रभास इतने बड़े सुपरस्टार हैं, लेकिन जमीन से जुड़े रहते थे। वे सामने वाले को साइडलाइन फील नहीं कराते। सवाल- फिल्म के डायरेक्टर नाग अश्विन के बारे में आपका क्या कहना है? जवाब- मुझे शुरुआत में खुद पर भरोसा नहीं था, लेकिन नाग सर को था। उनका ये कॉन्फिडेंस देख कर मैं खुद पर भरोसा कर पाया। जब मैं पहली बार सर से मिला था, तो लग ही नहीं रहा था कि वे इतनी बड़ी फिल्म के डायरेक्टर हैं। वे बहुत सादगी के साथ सेट पर रहते थे। बहुत नॉर्मल कपड़े भी पहनते थे, वे ट्रैक पेंट, टी-शर्ट और चप्पल में सेट पर आ जाया करते थे। सवाल- फिल्म रिलीज के बाद लोगों और नाग अश्विन का रिएक्शन क्या था? जवाब- फिल्म की रिलीज के बाद मैंने नाग सर को थैंक्यू का मैसेज भेजा था। जवाब में उन्होंने भविष्य के लिए शुभकामनाएं भेजी थीं और थैंक्यू भी बोला था। उनके इस मैसेज से मालूम पड़ रहा था कि जैसे उन्हें यकीन हो कि मैं क्रेन के किरदार के लिए परफेक्ट च्वाइस था। वहीं आम जनता का भी बहुत प्यार मिल रहा है। लोगों का रिस्पांस जानने के लिए मैं खुद इस फिल्म को 7-8 बार देख चुका हूं। लोग फिल्म को बहुत पसंद कर रहे हैं, मेरे किरदार को भी पसंद कर रहे हैं। ये सब देख कर बहुत खुशी हो रही है।

from बॉलीवुड | दैनिक भास्कर https://ift.tt/XzjtUYs
via IFTTT

Post Office drama star meets real-life victims of scandal

Will Mellor on the role which changed his life and meeting the victims trying to move on with theirs.

from BBC News https://ift.tt/vcKh0Mi

Post Office drama star meets real-life victims of scandal

Will Mellor on the role which changed his life and meeting the victims trying to move on with theirs.

from BBC News https://ift.tt/YHCNVv0

Boat timber from Late Viking Oslo found

A section of a wooden boat discovered in Oslo is much older than archaeologists thought, and indeed may be Oslo’s oldest boat part. Researchers from the Norwegian Institute for Cultural Heritage Research (NIKU) discovered on the seabed in Bjørvika, a neighborhood east of the city center of Oslo in an inlet of the fjord. It was Oslo’s harbor from the time of its founding by Norway’s last Viking king Harald Hardrada in 1048 through the 17th century. The area is rife with shipwreck remains. Most of them date to the 16th and 17th centuries; there are a number from the 14th century and only one dating back to the 13th century.

In the 2022-2023 excavation, NIKU archaeologists found a well-preserved piece of finely crafted timber in the thick clay of the seabed. It was found under the equally well-preserved remains of a wooden wharf that was dated to approximately 1300. Archaeologists therefore assumed the ship part would date to around the same time, but the shape of the section gave them pause. It was very different from the other shipwreck remains they’d uncovered in the area. It is curved on one side and has a hole in the center through which the mast for the ship’s sail was attached.

Dendrochronological analysis of a sample from the timber revealed the tree it sprouted in 1035 and was felled between 1087 and 1100. That dates it to the end of the Viking Age when Oslo was still a small town, more than 200 years before the wharf the timber was found under was built.

“There’s an aesthetic quality to the ship part we’ve found that we don’t find in the more roughly hewn parts from cargo ships and work ships made in the Middle Ages,” [NIKU archaeologist Håvard] Hegdal tells sciencenorway.no.

“In older ships, it sometimes happens that the planks in the hull are decorated externally with planed lines. But this ship part has decoration on all sides. Even where it has barely been visible,” he says.

Hegdal emphasises that the ship part from Bjørvika cannot be compared with Viking ships like the Gokstad ship from around the year 890, which features more complex lines and specialised planing.

“It showcases both advanced maritime technology and exquisite aesthetics,” he says.



* This article was originally published here

If missiles threaten this Ukrainian festival, the music keeps playing

The organisers of the war-hit country's largest music event say they've missed the festival feeling.

from BBC News https://ift.tt/4R3AJBQ

If missiles threaten this Ukrainian festival, the music keeps playing

The organisers of the war-hit country's largest music event say they've missed the festival feeling.

from BBC News https://ift.tt/lO31M5A

The ‘Experts’ from Afghanistan

The ‘Experts’ from Afghanistan JamesHoare

* This article was originally published here

The Pankhurst musical injecting pop into girl power

A pop musical brings female trailblazers including Emmeline Pankhurst and Rosa Parks to life in London.

from BBC News https://ift.tt/nXeGuBg

‘महाराज’ को लेकर उपजे विवाद पर बोले डायरेक्टर सिद्धार्थ:बिना जाने-समझे फिल्म को बता दिया धर्म विरोधी, यह मूवी इंसानियत को दर्शाती है

‘वी आर फैमिली’ और ‘हिचकी’ जैसी फिल्मों का डायरेक्शन कर चुके डायरेक्टर सिद्धार्थ पी मल्होत्रा की फिल्म ‘महाराज’ ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हुई है। इस फिल्म के जरिए आमिर खान के बेटे जुनैद खान ने डेब्यू किया है। रिलीज से पहले यह फिल्म काफी विवादों में रही। दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान सिद्धार्थ ने कहा कि बिना जाने-समझे लोगों फिल्म को धर्म विरोधी बता दिया। जबकि यह फिल्म इंसानियत को दर्शाती है। आइए जानते हैं, इस खास मुलाकात में सिद्धार्थ पी मल्होत्रा ने सवाल जवाब के दौरान और क्या कहा.... ’महाराज' को जिस तरह से दर्शकों का फीडबैक मिल रहा है, कैसा महसूस कर रहे हैं? बहुत ही सुकून महसूस कर रहा है। इस फिल्म की जर्नी बहुत ही लंबी रही है। जब हम कहानी कहते हैं तो एंटरटेन के साथ- साथ एक मैसेज देने की कोशिश करते हैं। हम किसी कंट्रोवर्सी के लिए फिल्म नहीं बनाते हैं। पूरी शिद्दत और दिल से बनाते हैं। फिल्म के बनने में जो वक्त लगा वो कुछ भी नहीं था। लेकिन उसके बाद जो उतार-चढ़ाव आए वो किसी और के साथ ना हो। यह फिल्म बिना टीजर और ट्रेलर के लांच हुए रिलीज हुई है। फिल्म के रिलीज के समय कोई प्रमोशन भी नहीं हुआ? लोग नेपोटिज्म की बात कहते थे कि फिल्म को आमिर खान प्रमोट करेंगे। इसलिए मैंने उनके बेटे जुनैद को फिल्म में कास्ट किया है, लेकिन आमिर फिल्म को प्रमोट करने नहीं आए। यशराज और नेटफ्लिक्स ने भी फिल्म को प्रमोट नहीं किया। फिल्म ओटीटी प्लेटफार्म पर आ गई, हमें भी लगा कि हमारी फिल्म आ गई। इस फिल्म के लिए हमने जितनी भी मेहनत अपनी टीम के साथ की है। वह फिल्म के जरिए नजर आती है। यह सबसे बड़ी हमारी जीत है। इस फिल्म को प्रमोट न करने की क्या वजह मानते हैं? इस फिल्म को भी प्रमोट करने की सारी तैयारियां की गई थी। 40 पेज की मार्केटिंग प्लानिंग की गई थी। उसमें से एक पेज भी नहीं हो पाया। जब फिल्म का पोस्टर आया तो उस पर बवाल मच गया। बिना फिल्म देखे ही लोगों ने मान लिया कि यह फिल्म धर्म के खिलाफ है। वहीं जब फिल्म लिखनी शुरू की थी तब यही सोचा था कि इस फिल्म को हम धर्म के खिलाफ नहीं बल्कि धर्म और इंसानियत के हित में बनाएंगे। यह फिल्म धर्म के बारे में नहीं बल्कि पत्रकार करसनदास मुलजी बारे में है। जो सती के खिलाफ और विधवा पुनर्विवाह के हित और बहुत सारी चीजों के लिए समाज सुधारक थे। आज फिल्म के प्रति लोगो का नजरिया बदला हुआ है? अब लोग कह रहे हैं कि यह फिल्म धर्म के हित में है। तुमने तो बहुत अच्छी फिल्म बनाई है। फिल्म देखने से पहले लोगों के दिमाग में क्या -क्या चल रहा था। वह मेरे कंट्रोल में नहीं था। फिल्म देखने के बाद लोगों को समझ में आई कि इसमें किसी की भावनाओं के साथ खिलवाड़ नहीं किया गया है।मैं मानता हूं कि हर किसी को अपने धर्म को प्रोटेक्ट करने का हक है। पोस्टर विवाद से पहले और क्या- क्या चैलेंज आए? यह फिल्म 2021 में ही पूरी हो गई थी। हमने सेंसर के लिए आवेदन किया। कुछ सेंसर और कुछ आदित्य चोपड़ा के सुझाव पर सीन काटे गए। इस तरह से हमें फिल्म के 45 मिनट के सीन काटने पड़े। फिल्म को इस लायक बनाया गया कि इसे UA सर्टिफिकेट मिल जाए। कोविड के बाद हमने सोचा गया कि इसे ओटीटी पर ही लाना सही होगा। अगर यह फिल्म बड़े पर्दे पर रिलीज होती तो इसे दर्शकों का और प्यार मिलता? शायद मिलता। लेकिन वो मेरे हाथ में नहीं है। मैं डायरेक्टर होने के नाते यह सोचता हूं कि प्रोड्यूसर खुश रहें। इस फिल्म के लिए आदित्य चोपड़ा ने मुझ पर भरोसा किया। हिचकी के लिए भी उन्होंने मुझ पर भरोसा किया था। अगर आदित्य को लगा होगा कि ओटीटी पर रिलीज करना सही है तो उन्होंने बहुत ही सोच समझकर डिसीजन लिया होगा। इस फिल्म को बनाते समय नहीं लगा कि इस पर काम करना थोड़ा रिस्की हो सकता है? यह फिल्म एक पत्रकार की वास्तविक कहानी पर आधारित है। इसे मैं धर्म की लड़ाई से नहीं देख रहा था। इस पर किताब भी पब्लिश हो चुकी है। इंटरनेट पर स्टोरी है। इसी पर गुजराती नाटक भी है। स्कूल और कॉलेज में यह पढ़ाया जाता है।अब तक इस विषय पर विवाद नहीं हुआ तो मेरे दिमाग में यह बात बिल्कुल भी नहीं थी। फिल्म की स्क्रिप्ट में सबसे खूबसूरत चीज आपको क्या लगी? मेरी दोनों फिल्में ‘वी आर फैमिली’ और ‘हिचकी’ औरतों के हित में बनी हैं। मुझे हमेशा यह लगता है कि औरत मर्द से कहीं ज्यादा शक्तिशाली और बुद्धिमान है। औरतों के प्रति मेरे मन में बहुत इज्जत है। 'महाराज' की कहानी एक ऐसे इंसान करसनदास मुलजी की है, जो औरतों के हित के लिए लड़ता है। मुझे इसमें हीरो की एक जर्नी दिखी। यह चीज मुझे अच्छी लगी। करसनदास मुलजी के किरदार के लिए आपने पहले से ही जुनैद खान को सोचा था? उस समय मुझे नहीं पता था कि इस फिल्म को जुनैद करेंगे या नहीं करेंगे। क्योंकि वो आमिर खान के बेटे हैं। यह फिल्म कोई रोमांटिक फिल्म तो हैं नहीं। जिससे स्टार किड्स लांच होते हैं। मैंने ‘लाल सिंह चड्ढा’ की ऑडिशन देखी थी। मैं जुनैद को जानता था। मुझे इस फिल्म के लिए कोई स्टार नहीं बल्कि न्यूकमर चाहिए था। यशराज में वह पावर है, जो न्यूकमर को लांच कर सकता है। आदित्य चोपड़ा से डिस्कस करने के बाद मैंने आमिर सर और जुनैद को कहानी सुनाई। उन्होंने एक दिन का समय मांगा और फिल्म में काम करने के लिए जुनैद राजी हो गए। जुनैद ने एक साल तक पूरी शिद्दत के साथ हमारे साथ स्क्रिप्ट की रीडिंग की है। फिल्म में जे जे के किरदार के लिए मुझे इरफान खान जैसे एक्टर की तलाश थी। जयदीप अहलावत ही ऐसे एक्टर हैं जो इस किरदार को निभा सकते थे। उन्होंने इस फिल्म के लिए बहुत मेहनत की। जब इस स्क्रिप्ट को पहली बार आदित्य चोपड़ा के पास लेकर गए तो उनकी प्रतिक्रिया क्या थी? आदित्य को स्क्रिप्ट बहुत अच्छी लगी। थोड़े बहुत बदलाव करने का सुझाव उन्होंने दिया था। मैंने उन्हें कहा कि इसे छोटे बजट में रियल लोकेशन पर शूट करके बनाएंगे। लेकिन उन्होंने कहा कि इसे बड़े स्तर पर भंसाली की फिल्मों के जैसा सेट लगाकर बनाओ। आदित्य चोपड़ा ही ऐसे प्रोड्यूसर हैं जो इस तरह से डायरेक्टर पर विश्वास कर सकते हैं।

from बॉलीवुड | दैनिक भास्कर https://ift.tt/n84Ktia
via IFTTT

अथिया शेट्टी-के एल राहुल ने खरीदा 20 करोड़ का घर:अपार्टमेंट के लिए चुकाई 1.20 करोड़ की स्टाम्प ड्यूटी, 15 जुलाई को हुआ प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन

केएल राहुल और अथिया शेट्टी ने मुंबई में एक लग्जरी अपार्टमेंट खरीदा है। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ये अपार्टमेंट मुंबई के पॉश एरिया पाली हिल में स्थित एक हाईराइज बिल्डिंग संधू पैलेस में है। इस अपार्टमेंट का कारपेट एरिया 3350 स्क्वायर फीट है जिसकी कीमत 20 करोड़ रुपए है। 1.20 करोड़ की स्टाम्प ड्यूटी चुकाई अथिया और राहुल ने इस अपार्टमेंट के लिए 15 जुलाई को 1.20 करोड़ की स्टाम्प ड्यूटी के साथ-साथ 30,000 रुपए की रजिस्ट्रेशन फीस चुकाई है। फिलहाल ये बात साफ नहीं है कि राहुल और अथिया कब से इस नए अपार्टमेंट में रहना शुरू करेंगे लेकिन इस अपार्टमेंट की पजेशन के बाद उन्हें चार कार पार्किंग स्लॉट्स भी मिलेंगे। पाली हिल, बांद्रा मुंबई के पॉश इलाकों में से एक है जहां कई बॉलीवुड सेलेब्स रहते हैं। इनमें शाहरुख खान, सलमान खान, टाइगर श्रॉफ, रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, सैफ अली खान, करीना कपूर, आमिर खान के नाम शामिल हैं। 2023 में की थी शादी अथिया और इंडियन क्रिकेटर केएल राहुल ने 4 साल तक एक-दूसरे को डेट करने के बाद 23 जनवरी, 2023 को शादी की थी। इस शादी में फैमिली मेंबर्स और क्लोज फ्रेंड्स मिलाकर सिर्फ 100 लोग ही शामिल हुए थे। फंक्शन में अथिया की खास दोस्त कृष्णा श्रॉफ, अंशुला कपूर, डायना पेंटी, क्रिकेटर ईशांत शर्मा और वरुण एरोन भी मौजूद रहे थे। अथिया ने 2015 में की थी करियर की शुरुआत अथिया ने 2015 में सूरज पंचोली के साथ फिल्म 'हीरो' में काम कर बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत की थी। साथ ही उन्होंने दो और फिल्मों में भी काम किया है, जो हैं फिल्म 'मुबारकां' और 'मोतीचूर चकनाचूर', जिसमें उनके साथ नवाजुद्दीन सिद्दीकी भी लीड रोल में थे।

from बॉलीवुड | दैनिक भास्कर https://ift.tt/vPHVh9b
via IFTTT

कल्कि के इस एक्टर को आए थे सुसाइड के ख्याल:घरवालों ने भी सपोर्ट नहीं किया; पेट पालने के लिए हिमांशु को करनी पड़ी फोटोग्राफी

फिल्म कल्कि 2898 AD की हर तरफ चर्चा हो रही है। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भी धमाल मचा रही है। दीपिका पादुकोण, प्रभास और अमिताभ बच्चन स्टारर इस फिल्म में एक और कैरेक्टर है, जिसका काम लोगों को बहुत पसंद आया है। हम बात कर रहे हैं क्रेन यानी हमहू की जिनका असली नाम हिमांशु है। फिल्म इंडस्ट्री में आने के बाद इन्होंने अपना नाम हमहू कर लिया। आज की स्ट्रगल स्टोरी में पढ़िए कि कैसे कभी डिप्रेशन से जूझने वाले हमहू आज कल्कि 2898 AD जैसी फिल्म का अहम हिस्सा हैं। हमहू कहते हैं, ‘कल्कि 2898 AD में काम करने से पहले की लाइफ बहुत कठिन थी। मैं करियर के पूरे सफर में मेंटल प्रॉब्लम से सबसे ज्यादा घिरा रहा। आर्थिक तंगी की वजह से हमेशा परेशान रहता था। मुंबई जैसे शहर में रहना-खाना और कमाना सबसे बड़ा टास्क है। बहुत वक्त ऐसा बीता है कि जब मेरे पास बिल्कुल काम नहीं रहता था, ऐसे में मेंटल स्ट्रेस बहुत बढ़ जाता था। मैं खुद को संभालने तक की स्थिति में नहीं था। आस-पास के लोग कहते थे कि मुझसे ज्यादा कई दूसरे लोग भी दुखी हैं, मेरा दुख तो उनके आगे बहुत छोटा है। वे मेरी स्थिति को समझते नहीं थे, इस कारण और तकलीफ होती थी। इस सिचुएशन को पेरेंट्स के साथ भी शेयर नहीं कर सकता था। वे मुझे लेकर श्योर नहीं थे कि मैं जो कर रहा हूं वो सही कर रहा हूं या नहीं। सोचिए, मेरी हालत कितनी खराब होगी। इस बुरे वक्त में सिर्फ कुछ दोस्तों का ही सहारा था। वे मेरी कंडीशन को समझते थे। मुझे हौसला देते थे कि जल्द ही कुछ बेहतर होगा। जब रोता था, तो वे लोग ही सहारा देते थे। मेरी भावनाओं को उनसे बेहतर कोई नहीं समझता था। मैं सही मायने में डिप्रेशन में चला गया था। इस वजह से मुझे थेरेपी और मेडिटेशन का सहारा लेना पड़ा था, लेकिन शुरुआत में इस सच्चाई का सामना नहीं कर पा रहा था। आज भी समाज में लोग खुलकर डिप्रेशन के बारे में बात नहीं करते। मैं भी नहीं कर पा रहा था। ना ही इसकी थेरेपी लेने के लिए तैयार था। लोग भी मेरी समस्या को नहीं समझते थे, यहां तक कि घरवाले भी इस बात को इग्नोर कर देते थे। हर वक्त मैं सिर्फ निगेटिव थॉट से घिरा रहता था। खुद के काम पर सवाल उठाने लगा था। खुद के ही काम को घटिया और बेकार बताता था। दूसरों की तरह यह मान लिया था कि मैं गलत फील्ड में आ गया हूं और मेरे काम को किसी की सराहना नहीं मिलेगी। निगेटिव थॉट्स का लेवल इस कदर बढ़ गया था कि मैं सुसाइड करना चाहता था। सोचता था कि कुछ ना होने से मर जाना ही बेहतर है। दीपिका पादुकोण जैसी शख्सियत भी डिप्रेशन में रही हैं। जब उन्होंने इसके बारे में खुलकर बात की, तब मुझे भी खुद को और दूसरों को समझाना आसान हो गया था। आज थेरेपी से मेरी लाइफ बहुत आसान हो गई है। हालांकि मैं अभी भी डिप्रेशन में हूं। शायद इससे कभी बाहर भी ना निकल पाऊं, लेकिन थेरेपी की वजह से इस पर कंट्रोल करना सीख गया हूं। डिप्रेशन के अंधेरेपन को अपने क्राफ्ट में यूज करना आ गया है।’ कल्कि के लिए ऑडिशन देने से कतरा रहे थे फुल टाइम एक्टिंग में आने के प्रोसेस के बारे में हमहू ने बताया, ‘थिएटर में मेरा काम देख कर कुछ डायरेक्टर्स ने मुझे शॉर्ट फिल्म ऑफर की थी। फिर इसी की बदौलत मुझे फिल्म कल्कि में काम मिला। कास्टिंग टीम की तरफ से मुझे ऑडिशन का कॉल आया था। साथ ही उन लोगों ने एक मैसेज भेजा था, जिसमें लिखा था कि इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, प्रभास और दीपिका पादुकोण जैसे कलाकार हैं। ये जानकार मैं ऑडिशन भेजने में देरी कर रहा था, लेकिन कास्टिंग टीम की तरफ से बार-बार कॉल आ रहा था। आखिरकार मैंने ऑडिशन भेज दिया और आधे घंटे के अंदर ही मुझे कन्फर्मेशन कॉल भी आ गई कि मुझे सिलेक्ट कर लिया गया है।’ कल्कि का हिस्सा बनने पर पेरेंट्स को विश्वास नहीं हुआ कल्कि में काम करने का ऑफर मिलने पर पेरेंट्स का क्या रिएक्शन था? जवाब में हमहू कहते हैं, ‘जब ये बात पेरेंट्स को पता चली तो पहले तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ। इससे पहले मैंने उन्हें ऑडिशन वाली बात नहीं बताई थी, लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने यकीन कर लिया कि इतने टाइम से मेहनत कर रहा हूं तो उसका फल जरूर मिलेगा। फिर जब पापा को यह बताया कि इस फिल्म में अमिताभ बच्चन भी हैं, तो वे खुशी के मारे हंसने लगे।’ दीपिका के साथ शूटिंग करने पर नर्वस थे हमहू ने दीपिका के साथ काम करने के अपने एक्सपीरियंस के बारे में कहा, ‘सेट पर पहला सीन मुझे दीपिका के साथ करना था। मुझे उनके साथ किडनैपिंग वाला सीन करना था। इतनी बड़ी एक्ट्रेस के साथ काम करने पर नर्वस भी था और खुश भी था। हालांकि मैं यह कोशिश कर रहा था कि वे मेरी फीलिंग्स भाप न सकें, लेकिन दीपिका को पता चल गया था कि मैं नर्वस हूं। तब उन्होंने थोड़ा हंसी-मजाक कर मुझे कम्फर्टेबल कराने की कोशिश की। ये वो यादगार पल है, जिसे मैं पूरी लाइफ भूलना नहीं चाहता हूं।’ फिल्म कल्कि की वजह से आत्मविश्वास बढ़ा फिल्म कल्कि में काम करने के बाद लाइफ कितनी चेंज हो गई है? हमहू कहते हैं, 'कल्कि के बाद बहुत फेमस हो गया हूं। जहां जाता हूं, लोग साथ में तस्वीर क्लिक कराने के लिए कहते हैं। ये सब देख कर बहुत अच्छा लगता है, खुशी होती है। ऐसा फील हो रहा है कि मानो मैं स्पॉटलाइट में आ गया हूं। मुझ में पहले आत्मविश्वास की बहुत कमी थी। संशय में रहता था कि जो काम करूंगा उसे लोग सराहेंगे या नहीं, लेकिन कल्कि में काम करने के बाद कॉन्फिडेंस बहुत बढ़ गया है। अब खुद पर यकीन हो गया कि मैं कोई भी काम कर सकता हूं।’ पापा इंडियन मिलिट्री में थे, बचपन से एक्टिंग में रुझान था बचपन के दिनों के बारे में हमहू ने बताया, ‘मैं बिहार का रहने वाला हूं। पापा इंडियन मिलिट्री में ऑफिसर थे। इस कारण मेरा बचपन खानाबदोश की तरह बीता है। हर 3-4 साल पर पापा का ट्रांसफर हो जाता था और हम सब एक नई जगह पर जाकर नया बसेरा बसाते थे। कम उम्र से ही मेरा रुझान एक्टिंग की तरफ था। स्कूल के हर फंक्शन में नाटक में पार्टिसिपेट करने के लिए सबसे आगे रहता था। बढ़ती उम्र के साथ थिएटर की तरफ मेरा रुझान और बढ़ता चला गया। मैं सिर्फ एक्ट ही नहीं करता था, बल्कि नाटक लिखने और डायरेक्ट करने में भी पारंगत था।’ कभी एक्टर बनने के बारे में सोचा नहीं था, गुजारे के लिए फोटोग्राफी हमहू ने बताया कि उन्होंने कभी एक्टर बनने के बारे में सोचा नहीं था। इस बारे में उन्होंने कहा, ‘मुझे थिएटर करने में मजा आता था, लेकिन कभी फुल टाइम एक्टर बनने के बारे में सोचा नहीं था। मुंबई आने पर कुछ दिन थिएटर करता रहा। हालांकि कुछ समय बाद इसके सहारे गुजर-बसर करना बहुत मुश्किल हो गया। थिएटर में सीखने को तो बहुत कुछ मिलता है, लेकिन कमाई बिल्कुल नहीं हैं। ऐसे में मैंने प्रोफेशनल फोटोग्राफी का काम शुरू कर दिया।’ कल्कि के दूसरे पार्ट में नजर आएंगे हमहू! हमहू ने लास्ट में अपकमिंग प्रोजेक्ट्स के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि उनके पास एक ड्रामा जॉनर बेस्ड प्रोजेक्ट है। उन्होंने फिल्म कल्कि 2898 AD के दूसरे पार्ट के बारे में बात की। हमहू ने कहा, 'हां फिल्म के पहले पार्ट में मेरा किरदार अभी जिंदा है। हालांकि फिलहाल दूसरे पार्ट के बारे में ज्यादा अपडेट नहीं है। हम सभी अभी फिल्म की सफलता एन्जॉय कर रहे हैं।'

from बॉलीवुड | दैनिक भास्कर https://ift.tt/JGd54lL
via IFTTT

50 Years of Cyprus Divided

50 Years of Cyprus Divided JamesHoare

* This article was originally published here

New project